कुंदन कुमार/गया. रक्षाबंधन के त्योहार से पूर्व मंगलवार को गया में एक अनूठी पहल की गई. गया की सैकड़ों महिलाओं और स्कूली छात्रों के द्वारा पर्यावरण संरक्षण को लेकर एक अद्भुत संदेश दिया गया है. हमारा पेड़ हमारा पर्यावरण के तहत राखी महोत्सव का आयोजन किया गया. इस महोत्सव में गया शहर के पहाड़पुर स्थित ओटीए के मैदान में लगे हजारों वृक्ष को राखी बांधी गई. साथ ही ओटीए के आर्मी के जवानों को भी राखी बांधी गई. इस महोत्सव में हमारा पेड़ हमारा पर्यावरण के सदस्यों के साथ स्कूली बच्चे भी शामिल हुए.
राखी महोत्सव बनाने के पीछे उद्देश्य है कि जिस तेजी से वृक्षों की कटाई की जा रही है. जिस कारण जलवायु परिवर्तन हो रहा है. उसे रोकने के लिए पेड़ बचाना आवश्यक है. पेड़ को बचाने के लिए गया के स्कूली छात्रा और महिलाओं के द्वारा पेड में राखी बांधकर वृक्ष को बचाने को लेकर संकल्प लिया गया. गौरतलब है कि ओटीए खेल मैदान और ब्रह्म योनि पहाड़ पर हमारा पेड़ हमारा पर्यावरण के तहत 2000 से अधिक वृक्ष लगाए गए हैं. इस संस्था में शहर के गण्यमान्य लोग जुड़े हुए हैं. पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहे हैं.
2 साल पहले हुए पेड़ लगाने की शुरुआत
2 साल पूर्व मॉर्निंग वॉक करने वाले लोगों ने ओटीए मैदान तथा पहाड़ पर पेड़ लगाने की शुरुआत की थी. उस दौरान 4 से 5 लोग थे, लेकिन आज इनके साथ 100 से अधिक लोग जुड़ चुके हैं. पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए हजारों पेड़ लगाए गए हैं.
सुबह गाजे बाजे के साथ शहर में निकली महिलाएं और छात्राएं
मंगलवार की सुबह गाजे बाजे के साथ शहर की महिलाएं और स्कूली छात्राएं अपने घरों से राखी मिठाई समेत पूजन सामग्री लेकर आई थी. वृक्षों को आरती दिखाने के बाद उन्हें राखी बांधी गई. लगभग 1000 वृक्ष में राखी बांधी गई. वृक्ष में राखी बांधने के बाद महिलाएं और स्कूली छात्रा आर्मी के जवानों को राखी बांधी और उन्हें मिठाई खिलाई. रक्षाबंधन के इस त्यौहार पर आर्मी के जवानों के चेहरे पर खुशी छा गई.
पेड़ को माना जाता है भाई के समान
इस संबंध में जानकारी देते हुए ‘हमारा पेड़ हमारा पर्यावरण’ के सदस्य अजय कुमार, डॉक्टर एस के सुमन और मंजू यादव बताते हैं कि पेड़ को भाई के समान माना जाता है. इसे बचाना अति आवश्यक है. जिस तरह से हम अपने भाई को राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना करते हैं. ठीक उसी तरह पेड़ में राखी बांधकर यह संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि पेड़ को बचाएं. पेड़ है तो हम हैं इसलिए जितना पेड़ हो सके सभी लोग लगे. पेड़ हमें शुद्ध हवा देते हैं और जब पेड़ बचेंगे तभी हमारा जीवन भी बचेगा. पेड़ों को राखी बांधकर हम उनकी रक्षा का भी संकल्प ले रहे हैं. हम आगे भी उनकी देखभाल करेंगे. साथ ही हमलोग प्रकृति की रक्षा का भी संकल्प ले रहे हैं. पेड़ हमारी रक्षा तो करते ही हैं, हम पेड़ों की भी रक्षा का संकल्प ले रहे हैं.
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